भोपाल/दमोह।
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सहयोग से संचालित “कैपेसिटी बिल्डिंग फॉर एडॉप्शन ऑफ टेक्नोलॉजी प्रोग्राम (CAT)” परियोजना के तहत तीन दिवसीय फलोद्यान प्रशिक्षण एवं कृषक भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र, नवीबाग, भोपाल में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में दमोह जिले के विकासखंड पथरिया से चयनित किसानों का दल भाग लेने भोपाल पहुंचा, जिन्हें संस्था लंकेश्वर समाज कल्याण समिति द्वारा बस के माध्यम से लाया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को फलों की वैज्ञानिक खेती, जैविक कीटनाशकों का निर्माण एवं प्रयोग, रोग प्रबंधन, पौध तैयार करना, विपणन रणनीतियाँ तथा आधुनिक बागवानी तकनीकों की जानकारी देना था।
विशेषज्ञों से मिली गहन जानकारी
तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण में कृषि विशेषज्ञों ने आम, अमरूद, नींबू, पपीता एवं अन्य फलदार पौधों की उन्नत खेती पद्धतियों, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, कीट व रोग नियंत्रण तकनीकों, उच्च गुणवत्ता वाली किस्मों की जानकारी और विपणन के लिए बाजार तक पहुंच बनाने के विषय में व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक प्रशिक्षण प्रदान किया।
प्रशिक्षण के दौरान किसानों को पौध तैयार करने एवं जैविक कीटनाशक बनाने का अभ्यास भी कराया गया। इससे उन्हें अपनी खेती में रसायनों पर निर्भरता घटाकर टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल खेती को बढ़ावा देने की प्रेरणा मिली।
भ्रमण में मिली व्यवहारिक जानकारी
कार्यक्रम के तीसरे दिन किसानों को राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के अधीन फल अनुसंधान केंद्र, भोपाल में प्रक्षेत्र भ्रमण कराया गया। यहां किसानों ने उन्नत फलोद्यान तकनीकों को प्रत्यक्ष रूप से देखा और समझा कि कम लागत में अधिक उत्पादन एवं लाभ कैसे प्राप्त किया जा सकता है।
बेहतर व्यवस्था और सम्मान
संस्था द्वारा प्रतिभागियों के लिए भोजन, आवास और परिवहन की समुचित व्यवस्था की गई थी। भोपाल में कार्यक्रम स्थल के समीप स्थित गेस्ट हाउस में सभी किसानों को ठहराया गया। प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। साथ ही, स्मृति स्वरूप किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले फलदार पौधे भी वितरित किए गए।
किसानों ने सराहा, संस्था ने निभाई जिम्मेदारी
कार्यक्रम की सम्पूर्ण व्यवस्था संस्था के कार्यक्रम प्रमुख श्री बृजमोहन तिवारी के कुशल मार्गदर्शन में अत्यंत अनुशासित और व्यवस्थित रूप से की गई। उन्नत कृषक कुलदीप पटैल दिलीप पटैल पथरिया एवं अन्य किसानों ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण उनके जीवन और खेती में एक सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेगा।
यह आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास रहा। नाबार्ड एवं संस्था के संयुक्त प्रयास ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि किसानों को सही प्रशिक्षण और मार्गदर्शन मिले, तो वे भी आधुनिक और लाभदायक कृषि की ओर बढ़ सकते हैं।