वेद पढ़ै पर भेद न जाने वाचैं पुराण 18
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में विदिशा में दिनांक 22-06-2025 दिन रविवार को लवली गार्डन हरीपुरा विदिशा मै एक दिवसीय सत्संग का आयोजन किया गया।
इस सत्संग में बताया गया कि मनुष्य जन्म बहुत अनमोल है। इस सत्संग में संत रामपाल जी महाराज ने चारों वेद, छह शास्त्र, अठारह पुराण,ग्यारह उपनिषद,श्रीमद भगवत गीता से प्रमाणित करके बताया कि ब्रह्मा विष्णु व महेश अजर-अमर नहीं है। केवल कबीर ही पूर्ण परमात्मा है जिन्हें आज तक सिर्फ एक कवि मात्र के रूप में ही जाना गया। संत रामपाल जी महाराज ने समाज में फैली कुरीतियों जैसे दहेज, भात व विवाह पर व्यर्थ खर्च करना आदि पर भी विशेष प्रवचन दिए और बताया कि उनके अनुयायी इन सब से कोसों दूर है व उनके अनुयायियों का विवाह मात्र 17 मिनट में ही हो जाता है जिसे रमैणी कहा जाता है। ये सभी प्रवचन LED के माध्यम से प्रसारित किए गये। संत रामपाल जी महाराज धरती को स्वर्ग बनाने के लिए अग्रसर है।
सर्व धर्म ग्रंथो से प्रमाण देकर भक्तो के सुख के रास्ते को सुगम किया तथा कहा की सतलोक आश्रम मे नाम दीक्षा लेने वाला प्रत्येक व्यक्ति लोक तथा परलोक दोनो मे सुखी रहेगा उसका हमेशा के लिए सतलोक मे वास होगा। जहाँ जाने के पश्चात् साधक लौटकर संसार में कभी नहीं आते अर्थात् उनका पुनर्जन्म कभी नहीं होता।
सत्संग समारोह में सैकड़ों श्रद्धालु उपस्तिथ रहे। श्रद्धालुओं को चायराम बिस्किटराम एवं ठंडे जल की व्यवस्था रखी गई।