सावन के चौथे सोमवार को निकलेगी सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति की कावड़ यात्रा
सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति की बैठक में मनीषा अखिलेश राजपूत को कावड़ यात्रा का संयोजक बनाया
सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति की ओर से श्रावण मास के चौथे सोमवार 04 अगस्त को कावड़ यात्रा निकाली जाएगी। समिति अध्यक्ष नितिन माहेश्वरी ने बताया कि यात्रा को भव्य बनाने के लिए समिति एकजुट होकर कार्य कर रही है। यात्रा का शुभारंभ विधि विधान के साथ पूजन कर कावड़ यात्रा 04 अगस्त सुबह 9 बजे बड़वाले घाट बेतवा तट श्री हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर मुख्य मार्गों से होते हुए माधवगंज स्थित शिवालय महादेव (कांच मंदिर) के जलाभिषेक के साथ संपन होगी।
सिद्धेश्वरी मंदिर में बैठक के दौरान समिति अध्यक्ष नितिन माहेश्वरी की अनुशंसा एवं महिला मंडल अध्यक्ष ज्योति जैन व समस्त वरिष्ठ पदाधिकारियों की सहमति से मनीषा अखिलेश राजपूत को कावड़ यात्रा का संयोजक बनाया गया।
संयोजक बनते ही श्रीमती मनीषा राजपूत ने बताया कि कांवड़ यात्रा भगवान शिव की आराधना करने
के लिए की जाती है। यह एक बहुत बड़ा विश्वास और भक्ति का कार्य है, जो भक्तों और भगवान शिव के बीच के मजबूत रिश्ते को दिखाता है। हिंदू धर्म के मान्यताओं अनुसार, भगवान शिव के भक्त भगवान परशुराम ने सबसे पहले सावन के महीने में कावड़ यात्रा की थी। मान्यता है कि उन्होंने गंगा जल शिवलिंग पर चढ़ाया था। तब से ही शिव भक्त यह परंपरा निभा रहे हैं। कावड़ यात्रा में सिर्फ पुरुष ही नहीं, बल्कि महिलाएं भी शामिल होती हैं। समिति के पूर्व अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह टीलाखेड़ी ने कहा कि बड़वाले घाट पर वॉटरप्रूफ टेंट लगाया जाए जिससे बारिश के समय महिलाएं बैठ सकें। घाट पर जल भरने के लिए 5 से 10 सदस्यों की दो से तीन टीम लगाई जाए जिससे सावधानी से कावड़ में जल भरा जा सके। कावड़ यात्रा निकालने के पूर्व शहर के मंदिरों पर समिति की महिलाएं टोली बनाकर बैठक करें जिससे अधिक से अधिक संख्या में लोगों को जोड़ा जा सके।
समिति प्रवक्ता मनोज शर्मा ने कहा कि हिंदू धर्म में कावड़ यात्रा को तीर्थ करने के समान माना जाता है। भगवान शंकर को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए शिव भक्तों द्वारा एक पवित्र तीर्थयात्रा निकाली जाती है। इस अवसर पर पर समिति के महामंत्री दिपक सक्सेना, प्रशांत रघुवंशी, सिद्धार्थ जैन, कर्नल शर्मा के अतिरिक्त बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।