मध्य प्रदेश में महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान की शुरुआत हो रही है। "स्वस्थ नारी सशक्त परिवार" नामक यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2025 तक पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। इसका लक्ष्य महिलाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें परिवार के साथ-साथ समाज में भी सशक्त भूमिका निभाने में मदद करना है।
इस अभियान के तहत कई तरह की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, जिनमें स्वास्थ्य जांच शिविर, पोषण और स्वच्छता से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम और महिला सशक्तिकरण पर कार्यशालाएं शामिल हैं। ये सभी प्रयास महिलाओं को न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बनाने पर केंद्रित होंगे।
अभियान के मुख्य बिंदु:
स्वास्थ्य जांच शिविर: गांवों और शहरों में विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे जहाँ महिलाओं की सामान्य स्वास्थ्य जांच (जैसे एनीमिया, ब्लड प्रेशर, और मधुमेह की जांच) की जाएगी।
* पोषण पर जोर: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण से जुड़ी जानकारी दी जाएगी, जिसमें सही आहार और सप्लीमेंट के बारे में बताया जाएगा।
स्वच्छता और जागरूकता: मासिक धर्म स्वच्छता और व्यक्तिगत सफाई के महत्व पर जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम चलाए जाएंगे।
सशक्तिकरण कार्यशालाएं: महिलाओं को उनके अधिकारों, सरकारी योजनाओं और स्वरोजगार के अवसरों के बारे में शिक्षित करने के लिए कार्यशालाएं आयोजित होंगी।
प्रदेश सरकार का मानना है कि एक स्वस्थ महिला ही एक स्वस्थ और मजबूत परिवार की नींव रख सकती है, जिससे एक सशक्त समाज का निर्माण होता है। यह अभियान इसी सोच को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें विभिन्न सरकारी विभागों, गैर-सरकारी संगठनों और स्थानीय समुदायों का सहयोग लिया जाएगा ताकि यह प्रदेश के हर कोने तक पहुँच सके।
अभियान का समापन 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर होगा, जो स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता के मूल्यों को और भी प्रासंगिक बनाता है।