में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक फ्रूटी कंपनी के एक्सपायरी हो चुके पैकेट राजीव आवास, जत्रापुरा वार्ड नंबर 2, सोराई रोड की पुलिया में फेंक दिए गए हैं। आरोप है कि यह एक्सपायरी माल रात के समय लोडिंग वाहनों से लाकर फेंका गया, जिससे करीब 300 परिवारों के जीवन और मवेशियों पर खतरा मंडरा रहा है।
राजीव आवास के निवासी बताते हैं कि इस पुलिया पर गांव के लोग और उनके जानवर, विशेषकर गाय और भैंस, अक्सर पानी पीने आते हैं। एक्सपायरी हो चुके खाद्य पदार्थों के पानी में मिलने से बड़ा हादसा हो सकता है। यह न सिर्फ जल प्रदूषण का कारण बनेगा बल्कि मवेशियों के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा है। यदि कोई जानवर इन पैकेट को खा लेता है, तो उसकी जान भी जा सकती है।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस गंभीर लापरवाही पर तुरंत ध्यान देने की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना हरकतें पर्यावरण और जीवन दोनों के लिए बेहद खतरनाक हैं। प्रशासन को ऐसी कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जो अपने कचरे का सही तरीके से निपटान नहीं करती हैं। यह घटना एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि क्या कंपनियां केवल मुनाफा कमाने के बारे में सोचती हैं और उन्हें समाज या पर्यावरण की कोई परवाह नहीं है।
यह मामला दिखाता है कि कैसे कुछ कंपनियां नियमों का उल्लंघन करके सार्वजनिक स्थानों को कचरा डंप करने के लिए इस्तेमाल करती हैं, जिससे आम जनता और जानवरों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है।