विदिशा पुलिस द्वारा गठित सीनियर सिटिजन पुलिस पंचायत ने एक बार फिर बुजुर्गों की समस्याओं का प्रभावी समाधान करके उन्हें राहत पहुंचाई है। पुलिस अधीक्षक श्री रोहित काशवानी के मार्गदर्शन में यह पंचायत लगातार बुजुर्गों को न्याय और भावनात्मक सहारा प्रदान कर रही है। आज अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रशांत चौबे की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण मामलों पर सुनवाई हुई, जिनमें कुछ पारिवारिक विवादों का भी सुखद अंत हुआ।
बैठक में पंचायत सदस्य डॉ. सचिन गर्ग, श्री अतुल शाह, श्री आर. कुलश्रेष्ठ, श्री प्रमोद व्यास, श्री दिनेश वाजपेयी, श्री अजय टंडन और श्री विनोद शाह उपस्थित रहे।
प्रमुख मामले और उनका समाधान:
1. गहनों की वापसी का मामला:
गंज बासौदा के एक वरिष्ठ नागरिक ने शिकायत की कि सात साल पहले गिरवी रखे गए लगभग 2 किलो चांदी के जेवर अब वापस नहीं मिल रहे। जिस व्यक्ति के पास जेवर रखे थे, वह रकम डूब जाने की बात कह रहा है। पंचायत ने इस मामले को गंभीरता से लिया और निष्पक्ष निर्णय के लिए आगामी सुनवाई में उस व्यक्ति को उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।
2. मेडिकल खर्च में बड़ी राहत:
एक वरिष्ठ नागरिक दंपत्ति ने पंचायत का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि पहले उनकी दवाइयों पर हर महीने ₹7,000 का खर्च आता था। पंचायत की पहल पर 'माँ मेडिकल' के साथ हुए समझौते (MOU) से अब उन्हें 20% की छूट मिल रही है, जिससे हर महीने ₹1,500 की बचत हो रही है। इस बचत से वे अब फल और अन्य जरूरी चीजें खरीद पा रहे हैं। पंचायत ने यह भी बताया कि जल्द ही अन्य मेडिकल स्टोर्स के साथ भी ऐसे समझौते किए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक बुजुर्गों को लाभ मिल सके।
3. नशे की लत से उपजे पारिवारिक कलह का अंत:
विदिशा के एक बुजुर्ग ने शिकायत की थी कि उनका बेटा नशे में उन्हें और परिवार को परेशान करता है। पंचायत ने तुरंत परामर्श दिया और पुलिस को उनके घर भेजकर स्थिति को संभाला। बुजुर्ग ने बताया कि पंचायत के हस्तक्षेप के बाद से घर में शांति है और बेटे ने झगड़ा करना बंद कर दिया है। पंचायत ने उन्हें आश्वस्त किया कि किसी भी परेशानी में वे पुलिस से तुरंत संपर्क कर सकते हैं।
4. बहू के उत्पीड़न से मिला भावनात्मक समाधान:
एक बुजुर्ग महिला ने शिकायत की कि उनकी बहू उन्हें अपमानित करती है और उनके साथ मारपीट करती है। पंचायत ने बहू, बेटे और बुजुर्ग महिला, तीनों को बुलाकर लंबी बातचीत की। गहन परामर्श के बाद बहू ने अपनी गलती स्वीकार की और सास के चरण छूकर माफी मांगी। इस भावनात्मक पल में परिवार के रिश्ते फिर से जुड़ गए और बुजुर्ग महिला की आँखों में खुशी के आँसू आ गए।
बैठक में कई अन्य मामलों पर भी चर्चा हुई और सुनवाई के लिए अगली तारीखें तय की गईं।
विदिशा पुलिस से जुड़े रहें: