सिविल लाइन थाना क्षेत्र में पीवीसी पाइप से बनी 'कार्बाइड गन' (Carbide Gun) को बेचने के आरोप में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई बच्चों और अन्य लोगों पर इस गन से निकलने वाले धुएं और जहरीली गैस के विपरीत असर को देखते हुए की गई है।
नेत्र रोग विशेषज्ञ ने बताया नुकसान जिला अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ (नाम खबर में नहीं) ने बताया कि दीपावली से लेकर अब तक पटाखों से घायल या प्रभावित होकर बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। पटाखों से निकलने वाले धुएं और जहरीली गैस की वजह से उनकी आंखों पर विपरीत असर पड़ रहा है, जिससे कई लोगों, खासकर बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है।
सिविल लाइन टीआई आरके मिश्र ने बताया कि इन कार्बाइड गन की वजह से होने वाले नुकसान के बाद गन को जब्त करने की कार्रवाई शुरू की गई है। उन्होंने पुष्टि की कि पाँच लोगों को कार्बाइड गन बेचते हुए गिरफ्तार किया गया है। ये सभी महाराष्ट्र के रहने वाले हैं।
डॉ. मनीष निगम, मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर (नाम खबर में नहीं) के अनुसार भी इस तरह के हानिकारक पटाखों से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
कार्बाइड गन पीवीसी पाइप से बनी होती है, जिसमें कार्बाइड डालकर लाइटर से आग लगाई जाती है, जिससे तेज आवाज के साथ धुआं निकलता है। डॉक्टरों के अनुसार, यह बेहद हानिकारक है और इससे आंखों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे कॉर्निया पर भी खतरा हो सकता है।
(यह खबर आपके द्वारा दी गई जानकारी और गूगल सर्च से प्राप्त संबंधित जानकारी के आधार पर बनाई गई है। गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम और नेत्र रोग विशेषज्ञ का नाम मूल सामग्री में नहीं दिए गए थे।)